• जंक- जोड़- व्यवस्था करना, जोड़ना
  • जंकणु- जोड़ना, संग्रह करना
  • जंकरू- जुडवा बच्चे
  • जंगजंगि- सुस्त, मंदबुद्धि
  • जंगजुंगु-सुस्त, मंदबुद्धि
  • जंगफा- पुल, सेतु
  • जंग्या- जंधिया
  • जंजीर- जंजीर, श्रृंखला
  • जंत- तरकीब, युक्ति
  • जंत- जोड़- जुगाड़
  • जंतर- ताबीज
  • जंदरू- हाथचक्की
  • जंदा- ताला
  • जकड़जण्ड- स्थूल काया वाला
  • जकबक- बेतरतीब, अव्यवस्थित, लडखड़ाने की स्थिति
  • जक्खड़- अनाड़ी, मंदबुद्धि
  • जख- जहां,जहां भी
  • जखम- जख्म, घाव, चोट
  • जखळयाण- झडियों का घना झुरमुठ
  • जखि- जहां, जहां भी
  • जखौ- तख- जहां का तहां
  • जगज्याण- अनाज के ढेर से बीज निकालने के लिए उसे डण्डे से हल्के- हल्के पीटना, मुंगेरयाण
  • जगण- आग जलना, जगाना, होश में लाना
  • जगरि- देवस्तुति गाने वाला
  • जगरी-देवताओं को जागृत करने सम्बन्धी तंत्र-मंत्र व गायन- वादन का विशेषज्ञ
  • जगीर- जागीर, स्वामित्व
  • जगौणु-आग जलना, होश में लाना
  • जग्गि- यज्ञ, जज्ञ
  • जग्वळि- चौकीदारी करना, देखभाल करना
  • जग्वणि- चूडाकर्म संस्कार, मुडन
  • जग्वालु-चौकीदारी करना, रखवाला
  • जजलाट- कंपन, हिलना
  • जटुला- सिर के लम्बे बाल
  • जटुल्या-लम्बे बाल वाला, जटाधारी, केश धारी
  • जट्टा- विशाल, बड़ा
  • जठो- जेठ, पति का बड़ा भाई
  • जड़- जड़, जड़े, पैठ
  • जड़जड़ु- सूखा, कठोर, निष्ठुर
  • जड़ौ- बारहसिंगा
  • जड्डु-ठंड, जाड़ा
  • जाण- जन, मनुष्य
  • जण्णु- जानना
  • जणदारी,जणदारू- जननी, मां पिता
  • जणनु- जनना, जन्म देना
  • जतकु,जतखा- जितना
  • जतगा- जितने, जितना
  • जतन- यत्न, उपाय
  • जतरू- जितना बड़ा
  • जतलाण- अवगत कराना, आगाह करना
  • जति- जितने, जितना
  • जत्या- भैंसा, बागि
  • जथैं- जहां, जिधर
  • जदबद- टनाप-शनाप, अंट- संट
  • जनई- जिस प्रकार
  • जनकै- जिस प्रकार से, जैसे भी
  • जना- जन, मनुष्य, लोग
  • जना- जिस ओर, जिधर
  • जनाना, जनानि- स्त्री,पत्नी
  • जनि- जैसा,जैसा कि
  • जनु- जैसा,जैसा कि
  • जनु- खनु-जैसा- कैसा, साधारण
  • जनैं- जिस ओर, जिधर
  • जनैं- कनैं- जैसे तैसे, किसी प्रकार
  • जन्नि- जिस प्रकार
  • जपकौण- हाथ से अंधेरे में टटोलना या दबा- दबाकर मालूम करना
  • जपाट-गँवार ,असम्य
  • जफत- जब्त
  • जफ्फा,जफ्फी- मजबूत फकड़, झपटकर फकड़ना
  • जबकौण-अंधेरे में टटोलना
  • जबराण- भूस्खलन के बाद का खाली स्थान
  • जबरि- जिस समय, जब तक, जभी
  • जबरेक- जिस समय, जब तक, जभी
  • जर्ब्यू- जिस समय, जब तक, जभी
  • जबलाट- धुंधलापन, अस्पष्ट दिखना
  • जबलाण- सूजन, सूजा हुआ
  • जबळ्यूं- सूजना,सूजा हुआ
  • जब्बि- जब
  • जमजमा- कठोर, मजबूत
  • जमडांग- न हिलने वाला पत्थर, भारी शिला
  • जमणु- जमना, उगना
  • जमताट- उहापोह- असमंजसता
  • जमन्यूं- बुद्धू, मूर्ख
  • जमरकिट्ट- जिद्दी, हठी
  • जमरकिट्ट- गहराई में पड़ने की स्थिति, मजबूती से जमीन में गढ़ी हुई वस्तु, चंगुल में फंसना
  • जमाणि- जम्हाई, जम्हाना
  • जमात- समूह, झुंड
  • जमीन-जमीन, भूमि ,खेत
  • जमूण- दही जमाने को बचाई दही
  • जमौण- उगाना, जमाना
  • जम्म- शिथिलता, भारीपन
  • जम्मा- जरा भी, बिल्कुल भी
  • जर- ज्वर, बुखार
  • जरजरकर- रुखा, क्रोधित
  • जरजरू-रुखा, क्रोधित
  • जरमण- पैदा होना, जन्म लेना
  • जरा- थोड़, कम
  • जरायूं- ज्वरग्रस्त, बुखार से पीड़ित
  • जरासि- थोड़ा सा, अल्प मात्रा में
  • जरासेक-थोड़ा सा, अल्प मात्रा में
  • जरिया- माध्यम
  • जरू-थोड़ा सा, जरा, कम
  • जलका- बळकी- उतावलापन, अधीरता
  • जलुड़ा- जड़, जड़े, पैठ
  • जळकणु- डरना, डराना,भयभीत करना
  • जळका- बळकी-छिपकर बार-बार देखने की हरकत
  • जळकामुंडि- तांक-झांक,छिपकर देखना
  • जळजळी- जलन, डाह, ईष्या
  • जलपट-बुद्धू, मूर्ख
  • जळौट,जळौठु- आला
  • जळ्दी-जल्दी,शीघ्र
  • जवातु- जौ का आटा
  • जवान-जवान, सिपाही, सैनिक
  • जवैं- दमाद, जंवाई, पति, घरवाला
  • जवैंई-दमाद, जंवाई, पति, घरवाला
  • जस- यश, सुख
  • जसीलु- शुभ, मंगलकारी
  • जस्यालु-शुभ, मंगलकारी
  • जजलाट, जजलौणु-कंपन , हिलना
  • जलड़ो, जलड़ा (ब०व०) - जड़
  • जळ्त- (जलन)
  • जवाब - उत्तर
  • जळौटु,जळौटो, खादरु-आला
  • जगौणु-आग लगाना
  • जलौणु, जळयौणु-आकर्षित करना
  • जळजळी-ईर्ष्या
  • जनै- कनै-किसी प्रकार से
  • जद, ग्यूँ-गेंहू
  • जल्ले - यहाँ पर
  • जखि-जहां
  • जतन , अड्डी-खुण्टी -उपाय
  • जरूरत- दरकार, जरूरत-आवश्यकता
  • जक्खड़ -अनाड़ी
  • जरसेक, जरासि-अलप मात्रा में
  • जदबद-अनाप-शनाप
  • जड़घंट- (बहुत बड़ा पत्थर जो आसानी से हिलाया न जा सके)
  • जक्खड़ -अनाड़ी
  • जळौटु,जळौटो, खादरु-आला
  • जगौणु-आग लगाना
  • जलौणु, जळयौणु-आकर्षित करना
  • जळपट्ट -बुद्धू, मूर्ख.
  • जन्दा= ताला
  • जजलाट =कम्पन, हिलना, भय से अचानक काम्पना
  • जड़जड़कार= सुखी, कठोर
  • जड़जडो/जड़जडू =सुखा, कठोर, जडो से मजबूत हुई
  • जणगरु/ जणगरो= विद्वान्, विशेषग्य
  • जणदारु, जणदारो = पैदा करने वाला, पिता
  • जतय = नर भैंसा
  • जद्यों= जै देव , राजवंश और कुलीन वंस वालों के लिए अभिवादन.
  • जनीत = भोज में आमंत्रित लोग
  • जफ्फा/जफ्फी = मजबूत पकड़
  • जबराण = भूस्खलन के बाद पत्थरों से भरी जगह
  • जमरकिट्टा = वस्तु को गहराई में मजबूती से गढ़ने का कार्य
  • जळकामुंडी =छिपकर बार बार देखने की प्रक्रिया
  • जळगड्ड= झीना , पारदर्शी
  • जवाती = जौ की पत्तियां
  •  जि

  • जिमदार-किसान ,काश्तकार
  • जिगसेणु-कुपित होना
  • जिकर-उल्लेख
  • जिल्त-आवरण, जिल्द
  • जनानि,बैरबान- औरत
  • जर्वत-जरूरत
  • जिकर- जिक्र, चर्चा
  • जिगसेणु- कुपित होना, चिढना
  • जिठाणि- जेठ की पत्नी, जेठानी
  • जिठाणु-जेठ, पाति का बड़ा भाई
  • जितण- जीतना, जिताना
  • जितौण-जीतना, जिताना
  • जित्वाड़- जीतने वाला
  • जिदेरि- जिद्दी, हठी
  • जिदेरु-जिद्दी, हठी
  • जिबाळ- वन्य जीवों को पकड़ने या मारने का जाल, जुगाड़, जंक- जोड़
  • जिमदरि- खेति- पाती, कामधाम, व्यवसाय
  • जिमदार- किसान, कशतकार
  • जिमौण- भोज, दावत, खिलाना, जमाना
  • जिम्मण-भोज, दावत, खिलाना, जमाना
  • जिया- मां, माता
  • जिरह- बहस,तर्क
  • जिला- जनपद,जिला
  • जिल्त- जिल्द, आवरण
  • जिल्यारू-बलगम, कफ
  • जिळेणु- सठियाना, याददाशत कमजोर होना
  • जिवड़ि- जीभ, जिह्वा
  • जिसम- शरीर, जिस्म
  • जिळका = गेंहूँ /धान आदि की कटाई के बाद बचे जड़ें
  • जी
  • जी- जी, मन, प्राण
  • जीणु- जीना, जीवित रहना, गुजर बसर
  • जीत- विजय, जीतना,
  • जा
  • जाला -जाएंगे
  • जाळा-जैसे मकड़े का जाळा
  • जांगडु- जांध, जंधा
  • जांगू- बांगू- टेढ़ा- मेढा, बेडौल
  • जांध- जंधा, जांध
  • जांच-परख,जांच
  • जांचणु-जांचना,परखना
  • जांच-पूंछ-जांचना-परखना, छानबीन
  • जांठि- लाठी
  • जांठु- लाठी
  • जांण- जा नो, ज्ञात करो
  • जांद- जाता है,जाती है
  • जांदरू- हथचक्की
  • जांदि-जाता है,जाती है
  • जांरु- सोना, स्वर्ण
  • जाई- गया, गई
  • जाग- जगना, चौकसी
  • जागर- जागरण गीत, देवस्तुतियां
  • जाजर- पथरीला स्थान, पथरीलापन
  • जाड- भारी बडा पत्थर
  • जाणि- बुझि- जानबुझकर
  • जात- जाति, देव यात्रा, तीर्थयात्रा, देव गाथा
  • जातरा-देव यात्रा, तीर्थयात्रा, देव गाथा
  • जादा- अधिक, ज्यादा
  • जाप- जप, जप करना, मंत्रोच्चार
  • जापत- दावत
  • जामुण- जामुन
  • जायूं- गया, गई
  • जालि- जाएगा, जाएगी
  • जालु-जाएगा, जाएगी
  • जाळ- षडयंत्र. जाल
  • जाळु- षडयंत्र. जाल
  • जावा- जाओ
  • जास्ति- ज्यादा, अधिक
  • जाणी पछियानी - जान पहचान
  • जाडू लग्युं च-ठण्ड लगना
  • जाड़- (बडा पत्थर)
  • जालो -जाएगा
  • जाणू छ -जा रहा है
  • जाणण-जानना
  • जाफत - दावत
  • जवातु = जौ का आटा
  • जान्ठी= लाठी
  • जाखू = रोशनदान
  • जाकारू = बुद्धिहीन
  • जाजरया = पथरीला
  • जाबु = जानवरों का पंजा

  • जु
  • जु- जो यादि
  • जुंग्या- मुंछोवाला, मुच्छड़
  • जुंड- बैल का कुकुम, घोड़े के सर के बाल
  • जुखाम- सर्दी,जुखाम
  • जुग- युग, दीर्ध,अवधि
  • जुग-जुग- युग-युग
  • जुगत- युक्ति, तरकीब, चाल
  • जुगति-युक्ति, तरकीब, चाल
  • जुगपट्ट- पूर्णविस्मृति, भूल
  • जुगाड़- उपाय,तरकीब
  • जुगाड़ी-युक्तिकर्ता, चालबाज
  • जुगाड़ु-युक्तिकर्ता, चालबाज
  • जुगार- जुगाली
  • जुग्वाळ- प्रतीक्षा
  • जुग्वाळणु- प्रतीक्षा करना
  • जुट्ठु- जूठा, जूठन
  • जुठ्यौण-जूठा करना, जूठाना
  • जुड़न- मिलान,मिलाना, जुड़ाना
  • जुड़ी- मिलना, जुड़ाना
  • जुडुखु- रस्सी
  • जुत्ता, जुत्तु- जूते
  • जुत्योण- जुते से पीटना, बेइज्जती करना
  • जुदा- अलग, बंटवारा होना
  • जुद्ध-युद्ध, लड़ाई
  • जुन्याळी- चांदनी रात
  • जुपजुप्या- सीधा सादा
  • जुप्प-चुप्प
  • जुफ्फा- सिर के बाल
  • जुफ्फी-गुत्थमगुत्था, हाथापाई
  • जुबान- बचन, वाणी
  • जुब्बा- हल लगते समय बैलों के कंधे पर रखे जाने वाला लकड़ी का फ्रेम
  • जुमजुम्या- अस्पष्ट बोलने वाला
  • जुम्मा- उदास, निराश
  • जुलक्या- चंचल, तांक-झांक करने वाला
  • जुलम- जुल्म, अत्याचार
  • जुल्मी- अत्याचारी
  • जुवा- जुआ
  • जुवान- जवान
  • जुवारि-जुआरी
  • जुतु- जूता
  • जुकता-जोड़ना, मिलना
  • जुवा-बैलों को जोतने के लिए प्रयोग किये जाने वाला लकडी का यंत्र
  • जुकुडी की पीड़ा-दिल का दर्द
  • जुडू-रस्सी
  • जुनह = मक्का, मुगरी, घव्ग
  • जुव्वा- (हल चलाते समय बैलों को साथ रखने के लिए उनके कंधे पर रखी जाने वाली लकड़ी)
  • जुदा-अलग,भिन्न
  • जुड़खु = रस्सी
  • जुळक्या =चंचल
  • जू

  • जूंकु- पेट का एक रोग, पेट की ऐंठन
  • जूंगा- मूंछ
  • जून- चांद
  • जे

  • जेठा , ज्याठु -उम्र में बड़ा
  • जेठी -उम्र में बड़ी
  • जे- जैसा, जो
  • जेठ- जेठ, पति का बडा भाई
  • जेठबुबा- मां के बड़ी बहन का पति. मौंसा
  • जेठब्वै- जेठी मां, मां की बड़ी बहन. मौंसी
  • जेठवाळि- संपति में बड़े भाई का विशेष हिस्सा
  • जेठा- बड़ा, उम्र में बड़ा
  • जेठाणा-जेठ, पति का बडा भाई
  • जेठी- बड़ी, उम्र में बड़ी
  • जेठू- पत्नी का बडा भाई
  • जेल-करागार
  • जै

  • जै बिचरौ-जिस बेचारे का
  • जै क- जिसका, जिसकी, जिसके
  • जै न- जिसने
  • जै मा- जिसमे
  • जै मु- जिसके पास
  • जै लैं- जिसके बदले, जिसके लिए
  • जै से- जिस से, जिस में
  • जैंगण- जुगनू
  • जैइ- गया, गई
  • जैकारा- जयकारा, उद्घोष
  • जैकि- जा कर के, जा कर
  • जैदाद- जायदाद, संपति
  • जैर- ज्वरा, बुखार
  • जैर- कैर- जैसा- कैसा, साधारण
  • जैरीलु- जहरीला, विषैला
  • जैलि- जाएगा, जाएगी
  • जैळ- ईष्या, जलन, जलना
  • जैहर- जहर, विष
  • जो
  • जोग ,भाग ,मुकद्दर-किस्मत
  • जोळ- (पाटा)
  • जोन-चाँद
  • जो- जो, यदि
  • जोंका- जूंकु, जोक
  • जोंगा- मूंछे
  • जोकर- हंसाने वाला
  • जोग- योग, भाग्य, किस्मत
  • जोगण- जोगन, तपस्विनी
  • जोगि- जोगी, तपस्वी
  • जोटो- जोड़ा, जोड़ी, युग्म
  • जोड़- मिलाना, संधि, स्थल, जोड़
  • जोत- ज्योति, लौ, जोतना, हल लगाना
  • जोन- चांद
  • जोनि- योनि, जन्म
  • जोबा- याक, तिब्बती बैल
  • जोरदार- प्रभावशाली, ताकतवर
  • जोरू- घरवाली, पत्नी, औरत
  • जोळ- पाटा, खेत समतल करने वाला फ्रेम
  • जोंगड़ो =छोटे बच्चों को रखने की टोकरी
  • जोबरू = मिट्टी या कठ की परोठी
  • जोबा = याक

  • जौ

  • जौ- जौ, यव
  • जौंला- जाएंगे
  • जौंलु- जाउंगा
  • जौंळ्या- जुड़वा
  • जौवातु- जौ का खेत

  • जं

  • जुंग-मुछ
  • जुंगा-मूछें
  • जंई-गई
  • जंजाल-मुशीबत
  • जांत-आरा , आरी
  • जंदरी- (हाथ से घुमाई जाने वाली अनाज पीसने की चक्की)
  • जांठी/सोटगी- (छड़ी)
  • जांत-आरा , आरी
  • जोंगा-मूंछ
  • जंकणु- जोड़ना, संग्रह करना
  • जंकरू- जुडवा बच्चे
  • जंगजंगि- सुस्त, मंदबुद्धि
  • जंगजुंगु-सुस्त, मंदबुद्धि
  • जंगफा- पुल, सेतु
  • जंग्या- जंधिया
  • जंजीर- जंजीर, श्रृंखला
  • जंत- तरकीब, युक्ति
  • जंत- जोड़- जुगाड़
  • जंतर- ताबीज
  • जंदरू- हाथचक्की
  • जंदा- ताला
  • जांगडु- जांध, जंधा
  • जांगू- बांगू- टेढ़ा- मेढा, बेडौल
  • जांध- जंधा, जांध
  • जांच-परख,जांच
  • जांचणु-जांचना,परखना
  • जांच-पूंछ-जांचना-परखना, छानबीन
  • जांठि- लाठी
  • जांठु- लाठी
  • जांण- जा नो, ज्ञात करो
  • जांद- जाता है,जाती है
  • जांदरू- हथचक्की
  • जांदि-जाता है,जाती है
  • जांरु- सोना, स्वर्ण
  • जुंग्या- मुंछोवाला, मुच्छड़
  • जुंड- बैल का कुकुम, घोड़े के सर के बाल
  • जूंकु- पेट का एक रोग, पेट की ऐंठन
  • जूंगा- मूंछ
  • जनक = बैलों या घोड़ो के गले की माला
  • जंकरू /जौंळया= जुड़वां बच्चे
  • जंगजगु/जंगजगो = मोती वुधि वाला , सुस्त
  • जंगार =गधेरों में जांघ तक गहरे पानी में लाठी के सहारे पाने के अन्दर अन्दर ही पैरो को सरकाकर चलना
  • जंगारी =जालीदार झोला
  • जंतणु = जोड़ना, पृथक हुए अवयवों को जोड़ना
  • जः
  • जंतणु = जोड़ना, पृथक हुए अवयवों को जोड़ना

  • ज्

  • ज्योड़=रस्सी
  • ज्वत = जूता
  • ज्वाल -बीज बोने के बाद खेतों को सपाट करने वाले ओजार
  • जवाडा-जो वाले खेत
  • ज्वान-चाँद
  • ज्यादा नि रौनु-ज्यादा नहीं रोना
  • ज्वबरू- (दूध या दही रखने का काष्ठ पात्र)
  • ज्यूंदाळ-अक्षत
  • ज्याठु- बड़ा,उम्र में बड़ा
  • ज्यू-जी, मन, प्राण, हल लगाते समय बैलों के कंधे पर रखे जाने वाला लकड़ी का फ्रेम
  • ज्यूंदा- जीवित
  • ज्यूंदाळ- अक्षत, पूजन में प्रयुक्त चाचल
  • ज्यूंरा- काल, मृत्यु
  • ज्यूडू- रस्सी
  • ज्यूण- जीना, जीवित रहना, गुजर बसर
  • ज्योवर- जेवर, आभूषण, गहने
  • ज्वगडु- जुगनू
  • ज्वड़- जूता, जूते
  • ज्वनि- जवानी, युवावस्था
  • ज्वळ- पाटा खेत समतल करने वाला फ्रेम
  • ज्वान- युवा, जवान
  • ज्वालि- भांग की तरंग, नशे की लहर


                                                                                            Post a Comment

                                                                                            0 Comments