अ  आ  इ  ई  उ  ऊ  ए  ऐ  ओ  औ  अं  अः

                                                               अं  अः
 क  ख  ग  घ  च  छ  ज  झ  ट  ठ  ड  ढ  ण  त  थ  द  ध  न  प  फ  ब  भ  म  य  र  ल  व  श  ष  स  ह  क्ष  त्र  ज्ञ

 
  • उनाणेउ - अंगड़ाई लेना
  • उड़ण-उड़ना
  • उठणू छ?-उठ रहा है
  • उकताट- (अकुलाहट, बेचैनी)
  • उरड़, अखरौ-अवषर्ण
  • उछुलण, फुदकेणु-उछलना
  • उरख्याळि, उरख्याळु, गुत्तु-औखली
  • उतगा, ततगा-उतना
  • उचाट- (उद्विग्नता)
  • उचामुचि- (उद्विग्नता)
  • उपास- (जी न लगने की स्तिथि)
  • उरख्याळो/वखळो- (ओखल)
  • उबड्याँ-उत्पन्न किए हुए
  • उल्ख्यारु-ओखली
  • उकाल -चढाई
  • उडियार - गुफा
  • उक बक - बकवास
  • उबड णु - प्रकट होना, मिलना
  • उबड़ओउणु - प्रकट करना, मिलाना
  • उच्छी - थोड़ा ,
  • उरिण - ऋण से मुक्त होना
  • उछरन्ख्ल - खल, दुष्ट ,
  • उजाड़ - ध्वस्त, बीराना ,
  • उजाड़ जानू- अपने मवेशी का किसी दुसरे के खेत में चरने जाना/, उजाड़ खाना
  • उजड़ नु - ध्वस्त होना होना
  • उजाड़ नु - ध्वस्त करना , गिरना
  • उब्जक्क - उज्बक्क
  • उजलु - ऊजला , गोरा , सफ़ेद
  • उठ ओउणु - उठाना
  • ऊंन, तोँन-उन्होंने
  • उण इ - इधर
  • उगाणु - सूजना
  • उगालू- सूज जाएगा
  • उक्सांसी - साँसों का फूलना /उखड़ना
  • उसकारा - ठंडी साँसे/ आहें
  • उमळण-उबलना
  • उमऴ्य़ूं-उबला हुआ
  • उमेद , आसा-उम्मीद , आशा
  • उमाळ, भपकारु-उबाल
  • उखड - उसर भूमि
  • उखड़ी फसल - उसर भूमि में की जाने वाली कहती जो केवल वर्षा पर आधारित हो।
  • उखडीगे - उखड गया
  • उदमातेणु - उदमत्त होना
  • उड़न- उपण - उलट पलट करना
  • उदड णु - खोद कर निकलना, चीजो को , पुराणी बातों को
  • उगल छ ओउणु - मेल को रगड़ कर साफ़ करना, उगाल यानी उबट न से
  • उलार - उल्लास
  • उपोउनु - झंझट पैदा करना
  • उज्र - असहमति , ऐतराज
  • उफ्फलडा - फुन्सिया
  • उबां - ऊपर
  • उब्ब, उबाँ, ऐंच, मत्थि, माथ-ऊपर , ऊपर को
  • उदं आ - नीचे
  • उब्ठंक= साफ़ सुथरा
  • उमी= गेहूं इत्यादि की अधपकी बाल को आग में भुन कर तैयार खाजा .
  • उकानु= उबकाई करना
  • उबल्नु= उलटी करना
  • उच्च कन्दुर्या= ऊंचा सुनने वाला
  • उन्दाद्णु- उधेड़ना , या खोद के निकलना
  • उखाल-पखाल = उलटी दस्त
  • उपरू (मनखी ) = अजनबी
  • उपरू (चक्कर)= प्रेत बाधा ग्रस्त
  • उपरू (लगनु)= जगह अजनबी सी लगना /या सामान्य न लगना
  • उकारनु= उबकाई आना
  • उच्छा= ओच्छी
  • उज्योनु = उबलना
  • उरयूनु= उर में रखना/ संकल्प करना

  • उखड-उबड़ खाबड़ खेत(सार)
  • उकळसाणु- गन्दगी साफ़ करने के लिए किसी पदर्थ को कुछ देर तक गीला कर के रखना
  • उकाळ-चढ़ाई
  • उन्दरौण- मादा पशुओं का ऋतुकाल में आना
  • उन्नी -व्यर्थ में ,यूँ ही ,ऐसे ही
  • उपळा-उपले
  • उपाडण-जड़ सहित बाहर निकालना ,उखाड़ना
  • उबर -भूतल का कमरा
  • उबाँ - ऊपर ,ऊपर को
  • उब्ब- ऊपर ,ऊपर को
  • उमचाट- बैचैन ,परेशान
  • उक्सण - सिसकना ,सिसकते हुए रोना
  • उमलण -उबलाना
  • उखेलबेद-एक तंत्रिक प्रक्रिया जो संकट निवारण या संतान प्राप्ति हेतु कि जाती है
  • उडळख्या-भागकर लाई हुई स्त्री ,अपह्रत स्त्री
  • उडयार -गुफा
  • उमेद , आसा-उम्मीद , आशा
  • उछुलण, फुदकेणु-उछलना
  • उजड़ना-टूट जाना या बिखर जाना
  • उमळ्यूं- उबला हुआ
  • उमाळ -उबाल
  • उस्याणु - सूजना
  • उब्ब -( ऊपर)
  • उरख्याळि-छोटी ओखली
  • उरपुर्या-शौकीन मिजाज ,तड़क भड़क से रहने वाल
  • उल्टामुख-अनु भाग
  • उमाळ (उबाल)
  • उठन - उठाना
  • उजाव = उजाला
  • उतौव-उतावला
  • उब्ब, उबाँ, ऐंच, मत्थि, माथ-ऊपर ,ऊपर को
  • उकाव - चडाई
  • उलार - नीचे
  • उपराऊं/उखड-असिंचित किर्षी भूमि
  • उब्ठंक= साफ़ सुथरा
  • उमी= गेहूं इत्यादि की अधपकी बाल को आग में भुन कर तैयार खाजा .
  • उकानु= उबकाई करना
  • उबल्नु= उलटी करना
  • उच्च कन्दुर्या= ऊंचा सुनने वाला
  • उन्दाद्णु- उधेड़ना , या खोद के निकलना
  • उखाल-पखाल = उलटी दस्त
  • उमळण-उबलना
  • उमऴ्य़ूं-उबला हुआ
  • उउमाळ, भपकारुबाल
  • उपरू (मनखी ) = अजनबी
  • उपरू (चक्कर)= प्रेत बाधा ग्रस्त
  • उपरू (लगनु)= जगह अजनबी सी लगना /या सामान्य न लगना
  • उकारनु= उबकाई आना
  • उच्छा= ओच्छी
  • उज्योनु = उबलना
  • उरयूनु= उर में रखना/ संकल्प करना
  • उतगा, ततगा-उतना
  • उडणौन-उड़ने वाले छोटे जीव (हल्की-फुल्की मानसिकता वाले।)
  • उनगण = प्रसव होना, स्वील होण
  • उनगी = प्रसव हो गया
  • उनाणयण = जम्हाई लेना
  • उनौणु = ध्यान में लाना
  • उन्य देसी = परदेसी
  • उमटाळ = उबटन
  • उगाळ = उबटन
  • उराडु = औडळ, झंझावत , आंधीउंधार-उतराई
  • ऊंका -उनका
  • ऊं थे , तौ , त्योंका, तोँकु-उन्हें
  • ऊंकि-उनकी
  • ऊंका -उनके उदंकार-प्रकाश

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