हिन्दी । गढ़वाली । कुमाउँनी । गजल । अन्य । कवि । कवयित्री । लेख ।
गढ़वाली भाषा की उत्पत्ति कौन से अपभ्रंश से हुई है?
लौकिक संस्कृत तथा पाली के पश्चात् मागधी, अर्धमागधी, शौरसेनी, पैशाची आदि विभिन्न प्राकृतों का विकास हुआ। तदनन्तर शौरसेनी अपभ्रंश से पश्चिमी हिंदी, गुजराती, राजस्थानी तथा खस अपभ्रंश से मध्यवर्ती पहाड़ी समूह की भाषाएँ अर्थात् गढ़वाली तथा कुमाऊँनी उत्पन्न हुईं।
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